Poshan Smart Gram Scheme पोषण स्मार्ट ग्राम योजना : गांवों में कृषि में महिलाओं से संबंधित अखिल भारतीय समन्वित अनुसंधान परियोजना

Poshan Smart Gram Scheme  पोषण स्मार्ट ग्राम योजना : गांवों में कृषि में महिलाओं से संबंधित अखिल भारतीय समन्वित अनुसंधान परियोजना 
भारत सरकार
कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय
कृषि अनुसंधान एवं शिक्षा विभाग

लोक सभा

अतारांकित प्रश्न सं. 2272
दिनांक 20 दिसम्बर, 2022

पोषण स्मार्ट ग्राम योजना

2272. श्री सुनील कुमार सोनी
क्या कृषि और किसान कल्याण मंत्री यह बताने की कृपा करेंगे कि:

(क) पोषण स्मार्ट ग्राम (न्यूट्री-स्मार्ट विलेज) योजना की प्रमुख विशेषताएं क्‍या हैं;

(ख) उक्त योजना के अंतर्गत सहायता के लिए गांवों को किए गए अनुमानित आवंटन का ब्यौरा क्या है;
(ग) क्या सरकार ने उक्त योजना के अंतर्गत छत्तीसगढ़ राज्य से किसी गांव का चयन किया है और यदि हां, तो तत्संबंधी ब्यौरा क्या है; ओर
Poshan Smart Gram Scheme
(घ) यदि नहीं, तो क्‍या निकट भ्रविष्य में उक्‍त योजना के अंतर्गत छत्तीसगढ़ राज्य के किसी गांव का चयन किए जाने की संभावना है?
उत्तर
कृषि और किसान कल्याण मंत्री

(श्री नरेन्द्र सिंह तोमर)
(क): पोषण स्मार्ट ग्राम (न्यूट्री-स्मार्ट विलेज) कार्यक्रम का कार्यान्वयन देश के 13 राज्यों के 23 जिलों में स्थित 75 गांवों में कृषि में महिलाओं से संबंधित अखिल भारतीय समन्वित अनुसंधान परियोजना (एआईसीआरपी) के 13 केंद्रों सहित भाकृअप-केंद्रीय कृषिरत महिला संस्थान (सीआईडब्ल्यूए) द्वारा किया जा रहा है ताकि प्रधानमंत्री की समग्र पोषण संबंधी व्यापक योजना (पोषण अभियान) को मजबूत बनाया जा सके। पोषण स्मार्ट ग्राम (न्यूट्री स्मार्ट विलेज) कार्यक्रम की प्रमुख विशेषताएं निम्नानुसार हैं:
  • सोच में परिवर्तन, अभिप्रेरणा व पोषण की जानकारी को बढ़ाने पर ध्यान देते हुए उपलब्ध संसाधनों एवं तकनीकी जानकारी द्वारा पोषण सुरक्षा प्राप्त करना।
  • पोषण सुरक्षा व खादय सुरक्षा में सफलता पाने के लिए अच्छे स्वास्थ्य स्तर को बनाए रखते हुए संतुलित आहार की उपलब्धता व सुलभता को बढ़ाकर “पोषण कमी” को दूर करना आवश्यक है।
  • कुपोषण को दूर करने के लिए पोषण जागरूकता, शिक्षा को बढ़ावा देना तथा स्थानीय व्यंजनों के माध्यम से पारंपरिक जानकारी का इस्तेमाल करना।
  • घरेत्रू कृषि तथा न्यूट्री-गार्डन द्वारा पोषण संवेदी कृषि को लागू करना।
(ख): उपर्युक्त कार्यक्रम के लिए अलग से कोई बजट निधीरित नहीं किया गया है तथा उद्देश्यों को पूरा करने के लिए मांग के अनुसार धनराशि आवंटित की जाती है। भाकृअप- सीआईडब्ल्यूए और अखिल भारतीय समन्वित अनुसंधान परियोजना (कृषिरत महिलाएं) के विद्यमान आवंटित बजट से इसका खर्चा किया जाता है। वर्ष 2021-22 के दौरान कार्यक्रम पर कुल व्यय 118.01 लाख रुपये था।
(ग) एवं (घ): जी, नहीं। भारत की आज़ादी के 75 वर्ष मनाने के लिए यह कार्यक्रम उन 13 राज्यों के 75 गांवों में आरंभ किया गया था, जहां एआईसीआरपी केन्द्र विद्यमान हैं। चूंकि एआईसीआरपी का कोई केन्द्र छत्तीसगढ़ में नहीं है, इसलिए छत्तीसगढ़ में से किसी भी गांव का चयन नहीं किया गया।

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